Monday, December 10, 2012

क्या है आम आदमी पार्टी (AAP) - क्योँ जरुरत है, AAP की



हम सभी को इस बात का गर्व हमेशा से रहा है की हमारे देश में दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है, सच है परन्तु राजनीतिक, अफसरशाही और व्यावासिक गंठजोड़ ने इस लोकतंत्र को वास्तव में समाप्त कर दिया है, और आम जनता के लिए लोकतंत्र का अर्थ सिर्फ वोट डालने तक ही सिमित कर दिया है ।। इसका खुलासा विगत दो वर्षों में हो चुका है। आप सभी को पता होगा की दो वर्षों से अन्ना जी और अरविन्द जी के नेतृत्व में इस देश से भ्रष्टाचार को मिटने के लिए और जन लोकपाल को लाने के लिए एक जन आन्दोलन चला। यह जन आन्दोलन कई उतार - चढाव से गुजरा, हमें बार - बार धोखा दिया गया और फिर सामने आया आज की लोकतान्त्रिक व्यवस्था का सच और पता चला की हम जिनको वोट देकर अपना प्रतिनिधि बना कर संसद में भेजते है वो वहां जाने ही अपने कर्तव्य को भूल कर, हमारे ही दिए गए वोटों की ताकत पर खुद को निरंकुश घोषित कर देते है आप कुछ भी कहते रहो, ये नही सुनते - जनता को क्या चाहिए, क्या नहीं इससे इनको कोई फर्क नहीं पड़ता, इन सभी लोगों को ताकत तो हमने दी और ये हमें ही चुनौती देते हैं की अगर जन लोकपाल चाहिए तो खुद चुनाव लड़ो और ले लो

आपका यही आन्दोलन अब आ पहुँचा है उस मोड़ पर जहाँ से जनलोकपाल को लाने, भ्रष्टाचार को मिटाने और सच्चे लोकतंत्र (स्वराज) को स्थापित करने की ताकत आप के हाथ में आ गई है और अब इस आन्दोलन को राजनीतिकी क्रांति का रूप लेना होगा और छदम लोकतंत्र लोकतंत्र को समाप्त कर के स्वराज स्थापित करना होगा, जनलोकपाल लाना होगा और एक ऐसी व्यवस्था करनी होगी ताकि कोई भी व्यक्ति आपके ही वोट से ताकत प्राप्त करके - आपकी ही पहुँच से बाहर न जा सके ।।
इसी उद्देश्य के साथ अरविन्द केजरीवाल और अन्य सहयोगियौं ने आपके जनांदोलन के राजनीतिक रूप का नाम रखा है " आम आदमी पार्टी (AAP)"

आम आदमी पार्टी, का उद्देश्य राजनीती करना नहीं, बल्कि राजनीती को बदलना है। राजनीती का वास्तविक अर्थ होना चाहिए समाज सेवा, ना की सत्ता को प्राप्त करना। आम आदमी पार्टी सत्ता के विकेन्द्रीयकरन में विस्वास रखती है और ये मानती है की लोकतंत्र में आम जनता की हिस्सेदारी सतत और सुनिश्चित होनी चाहिए न की सिर्फ वोट देने तक सीमित। AAP एक ऐसी वयस्था की परिकल्पना करती है जिसमे सत्ता की वास्तविक ताकत सदैव जनता के हाँथ में रहे और जनता को ये हक़ प्राप्त रहे की जब वो समझे की हमने जिसे ताकत दी है वो उसका गलत इस्तेमाल कर रहा है तो उसको वापस भी ले सके - जनता से जुड़े मुद्दे पर जनता की राय ली जाये और जनता ही फैसला करे ही उसे क्या चाहिए क्या नहीं और ये ही वास्तविक लोकतंत्र होगा - स्वराज होगा ।।

ये होगा कैसे? आसान है बहुत आसान है बस जनता के हाँथो में ताकत देनी होगी, और ताकत कैसे दी जाएगी? ताकत के लिए ही आम आदमी पार्टी का मुख्य उद्देश्य है की जल्द से जल्द जनलोकपाल को लागु करना, right to reject, right to recall, और हर वो चीज़ जो जनता से सीधे सरोकार रखती है जैसे वस्तुओं के दाम, शासन का नियंत्रण, शिक्षा और स्वस्थ, भूमि अधिग्रहण इत्यादि का नियंत्रण सीधे जनता के हाँथ में हो न की किसी सरकार और कुछ अफसरों के हाँथ में - और ये ही वास्तविक लोकतंत्र होगा - स्वराज होगा ।।
अरविन्द जी हमेशा कहते है की लड़ो पढ़ने के लिए और पढो समाज बदलने के लिए - जब तक देश में सामान, अच्छी और सस्ती शिक्षा नहीं उपलब्ध होगी तब तक देश की वास्तविक उन्नति नहीं हो सकती ।।

आम आदमी पार्टी का मानना है की बिना महिलाओ की भागीदारी के - सच्चा लोकतंत्र स्थापित नहीं हो सकता, और आज की राजनीती इस काबिल नहीं, की महिला उसमे बेझिझक अपना सहयोग दे सके और इसी वजह से जरुरत है राजनीती को, समाज सेवा में बदलने की और हर स्तर पर महिलाओं को बराबरी में रखने की ।।

यह सब कितना आसन है आपको अरविन्द जी की किताब "स्वराज" को पढ़ कर स्वयं पता चल जायेगा ।। तो आयें और बढ़ाएं अपना पहला कदम "स्वराज" की तरफ और मिलें ये जानने के लिए की आप - आम आदमी पार्टी के साथ कैसे साकार कर सकते है स्वराज को, और स्थापित कर सकतें है सच्चे लोकतंत्र को ।।...नागेन्द्र शुक्ल
मिलें रविवार 23 दिसम्बर को, सुबह 10 बजे, वाटिका गार्डन सेक्टर 17 - 18 रोड निकट पास्को यार्ड, गुडगाँव में जहाँ आयौजित हो रहा है आपका - आम आदमी पार्टी का प्रथम जिला (गुडगाँव) स्तरीय सम्मेलन - धन्यवाद ....नागेन्द्र शुक्ल













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