Sunday, February 23, 2014

AAP congress की B टीम है ,.... नरेन्द्र मोदी को रोकने के लिए बनी है ,.... ????

AAP congress की B टीम है ,.... नरेन्द्र मोदी को रोकने के लिए बनी है ,.... ????

अजीब बात करते है ,....
#AAP नमो को रोकने के लिये है ,....
तो इनसे सवाल ये कि ,.... अगर नमो को रोकना ही उद्देश्य होता तो ,....
तो आप ,.... अपने आप को,.... भ्रष्टाचार विरोधी ,… हिंदुत्ववादी,.... मनुवादी,… पार्टी बताती ,…
जिससे की ,… वो बीजेपी के हिन्दू वोट काटती ,.... और,…
कट्टर मुस्लिम,,.... दलित वोट दूर रहता
परन्तु ऐसा है नहीं ,.... ये तो आप जानते हो ,...और जानते नहीं दिन भर कहते है ,… है की नहीं ???.

तो फिर कैसे कह सकते हो ये आप,.... कि आप का उद्देश्य नमो को रोकना है ,.... ???
यार तुम #Feku बात करो तो ठीक ,…पर #papu वाली बात करोगे ,… ये उम्मीद ना थी ,....

जनाब ,....
लड़ते अरविन्द और AAP सिर्फ भ्रष्टाचार से है ,....
पर मीडिया को लगता है कि उससे लड़ रहे है ,....
बीजेपी - नमो को लगता है उससे ,.... लड़ रहे है ,....
कांग्रेस को और पुलिस लगता है उससे ,....
अम्बानी को लगता है कि उससे ,…
भ्रष्ट कर्मचारी को लगता है कि उससे ,…
कालेधन वाले को लगता है कि उससे ,....
काले कर्म वाले को लगता है कि उससे ,…

सोंच लो ,… और देख लो ,… किससे किस से ,.... लड़ता है अरविन्द ,.... पर क्यों ???
क्या उसे कुछ चाहिये ,…???

ऐसा क्या है ,… जो उसने पाया नहीं ,.... और पा कर छोड़ा नहीं ?????
दोस्त, जिसकी करने की आदत होती है ,…… जो कर्ता होता है ,....
वो सिर्फ करता है ,.... उसको भोगता नहीं ,....…

देखो वोट चाहे जिसे देना ,… मर्जी तुम्हारी ,.... पर निरर्थक बाते ना किया करो ,

=============
ये मोदी जी का अति विस्वास है ,.... ठीक India Shining की तरह ,…
उनके भाषणो को सुन कर लगता है कि ,…
"मैं PM बन चुका हूँ ,.... ये बताने आया हूँ ,… "

मोदी जी ,… माना हवा बनाने से बन जाती है ,.... पर हवा एक जगह टिकती कहाँ है ?,....
मोदी जी ,.... भाषणो में मेकअप करो ना करो ,…चुटकुले सुनाओ ना सुनाओ ,....
कोई फर्क नहीं पड़ता ,....

जनता गैस के दाम पर राय माँग रही है ,…उसको भी थोड़ी तवज्जो दो ,....
या बस हा हा हा ,…से पेट भर ले जनता ,.... चूल्हा जला ले जनता ,… ???…

=====================
5 - 5 बच्चे करने चाहिये,.... अशोक सिंघल
जिन्दा रहने भर का खाना,…सरकार देगी (food security),…और स्कूल ,…की क्या जरुरत ,.... गुलामो को ,… थोडा बहुत पढ़ना लिखना तो सरकार सिखा ही देगी ,....
ऐसे ऐसे समाधान देते है ,.... फिर कहते है युवा (yuth) को केजरीवाल येड़ा बना रहे ,....
जनाब येड़ा बना रहे है ,… जगा रहे है ,…

=====================
जिस तरह casual हो कर नाम लेते है ये ज्ञानी ,.... केजरीवाल ,… उसी से सिद्ध होता है ,… वो आम आदमी है ,…
इन्ही ज्ञानियो की घिग्घी बंध जाती है ,.... दूसरे नेताओ के सामने क्यों ??
क्योंकि इनको पता है कि वो क्या है ,… और कैसे करते है ,…
 
 

एक दिल करता है अन्ना जी पर कुछ लिखू ,

एक दिल करता है अन्ना जी पर कुछ लिखू , एक दिल करता है ना लिखू ,
फिर मेरे अंदर का लेखक जो कहता है "सच कड़वा होता है मैं बहुत कड़वा हूँ " मुझे जरुर लिखना चाहिए ,
अन्ना जी ने अरविन्द केजरीवाल से कुछ सवाल किये थे , जैसे चुनाव के लिए ईमानदार उम्मीदवारो का चायन कैसे करोगे , अगर कोई उम्मीदवार जीतने के बाद भ्रष्ट हो गया तो क्या करोगे ,
आज अन्ना जी TMC नेता ममता बेनर्जी के समर्थन के लिए आगे आये हैं , उनके लिए चुनाव प्रचार करेंगे ,
अन्ना जी कहते हैं , TMC के नेता जीतने के बाद अगर भ्रष्ट निकले मेरी कोई जिम्मेवारी नहीं , TMC में भ्रष्ट नेता जिन पर मुकदमे चल रहे हैं आज भी मजूद हैं अन्ना जी कहते है मुझे कोई जानकारी नहीं ,
अन्ना जी कहते है ममता बेनर्जी चुनाव जीतने के बाद किसके साथ जायेगी मुझे कोई मतलब नहीं ,

एक बार किसी चैनल के एक कार्यक्रम में अन्ना जी को सम्मानित किया जा रहा था , तब वहा ममता बेनर्जी भी मजूद थी , ममता अन्ना जी को सम्मानित किये जाने पर इतना नराज़ हुई की कार्यक्रम छोड़ कर चली गई , आज वही ममता 1 मिनट में 5 बार अन्ना जी के पैर छूती है , आखिर क्यों ?
ममता ने आज तक अन्ना के किसी आंदोलन का समर्थन नहीं किया , चुनाव के वक़्त समर्थन क्यों ?

टीम अन्ना के कुछ नाम याद करो जो अभी कुछ वक़्त पहले उनके साथ थे ,
किरण बेदी , v. k. singh , बाबा रामदेव ,
इन सब का काम था अन्ना को अरविन्द से दूर करना , जो इन्होने कर दिया ,
ये कोई फिल्म नहीं है लोग 3 घंटे देखेंगे और भूल जायेंगे ,
ये सब इतिहास में दर्ज हो रहा है , देश को बर्बाद करने वाली ताकतो के साथ कौन कौन खड़ा था ,
देश आज भी याद करता है 1857 का आज़ादी का आंदोलन किन किन गद्दारो के कारन सफल नहीं हुआ था ,

अन्ना जी के आसपास एक जाल बुना हुआ है , जब वो इस जाल से बाहर निकलते हैं तब वो अपने दिल की बात कहते हैं , लेकिन ये जाल अन्ना जी को ज्यादा वक़्त आज़ाद घूमने नहीं देता ,

कुछ लोगो ने पूरी ताकत लगा दी है अरविन्द केजरीवाल को बदनाम करने की ,
क्योकि वो इस देश की भ्रष्ट व्यवस्था को बदलना नहीं चाहते , अन्ना भी उन्ही लोगो का मोहरा बने हुए हैं ,
शायद अन्ना आज इस बात को समझ नहीं रहे ,
शायद वक़्त उन्हें समझा देगा , जय हिन्द

कानपुर रहा पुकार...

कानपुर रहा पुकार...
2 मार्च को... रेलबाज़ार..

ख़त्म करो अब.. भ्रष्टाचार
2 मार्च को... रेलबाज़ार..

आ रहे हैं... केजरीवाल
2 मार्च को... रेलबाज़ार..

साथियों... आम आदमी के नायक और पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक साथी अरविन्द केजरीवाल २ मार्च की सुबह ११ बजे कानपुर में रेलबाज़ार के रामलीला मैदान से हुंकार भरेंगे और उत्तर प्रदेश में चुनावी बिगुल को फूकेंगे... तो शुरू करो अब प्रचार कार्य... घर घर को जोड़ना है... पूरे कानपुर को आमंत्रित करना है... साथ ही पूरे उत्तर प्रदेश को सूचित करना है कि.... महा-समर की तैयारी चालू हो गयी है.... तो उठा लो अपना हथियार “झाड़ू”.... और चालू कर दो सफाई

न मंदिर न मनरेगा.... इस बार आम आदमी की मूलभूत समस्याएँ होंगी मुद्दे
न पैसा न दारु... इस बार आम आदमी अपनी जेब से चुनाव प्रचार करेगा
न जाति न धर्म... इस बार आम आदमी... आम आदमी को वोट देगा
न जहाज से न हैलीकॉप्टर से... इस बार आम आदमी के घर घर पैदल जा कर होगा प्रचार..

जय हिन्द...जय भारत
-ओमेन्द्र भारत

Tuesday, February 18, 2014

आपके 49 दिन,… 49 काम


दोस्तों,

दिल्ली में “आप” की सरकार के जाने के बाद एक प्रश्न उठा राजनैतिक गलियारों में कि आखिर किया क्या है “आप” ने अपने 49 दिनों के शासन में ? ये प्रश्न आपको बहुत से कांग्रेस/ बीजेपी समर्थक भी करते मिल जायेंगे....

पिछले दो महीनों में दिल्ली के साथ-साथ पूरे मुल्क और दुनिया ने देखा है कि किस तरह से मिलकर इन दोनों दलों ने “आप” की सरकार को घेर कर रखा था और लगातार हर काम में अड़ंगा लगाने की नाकाम कोशिश करते रहे....इसी दौरान मीडिया में भी चौबीसों घंटे सिर्फ और सिर्फ दिल्ली ही दिल्ली छाई रही जैसे दिल्ली “दिल्ली” न हो गयी हो सम्पूर्ण “हिंदुस्तान” हो गयी हो....

इन फिर भी कुछ कमिओं, विवादों और गलतियों के बावजूद “आप” अपने लक्ष्य और अपने कर्तव्य को ध्यान में रखकर “आम आदमी” के हित में दिन-रात काम करती रही..

“ बिना रुके, बिना थके और बिना किये आराम,
“आप” के 49 दिन, “आप” के 49 काम ”

“आप” सरकार द्वारा अपने 49 दिनों में बहुत कुछ काम किये गए और बहुत कुछ काम करने शुरू किये गए जिनमे से 49 कामों का ब्यौरा आपके सामने है----

1. दिल्ली में लालबत्ती और VIP कल्चर समाप्त – अब कोई लाल बत्ती की ठसन नहीं---अब कोई खास नहीं---- सभी नेता “आम आदमी”!

2. दिल्ली में 400 युनिट से कम इस्तेमाल पर बिजली के बिल के दाम आधे किये !

3. दिल्ली में 20,000 लीटर पानी, प्रत्येक कनेक्शन पर प्रतिमाह बिलकुल मुफ्त किया !

4. दिल्ली में चुनाव से पहले “आप” के बिजली आन्दोलन में भाग लेने वाले तक़रीबन 24000 परिवारों का उस निश्चित कालावधि का आधा बिजली बिल माफ़ किया !

5. दिल्ली में तेज चलने वाले बिजली और पानी के मीटरों की जांच के लिए कार्यवाही शुरू की !

6. बिजली कंपनियों के लेखे-जोखे की CAG द्वारा जाँच (audit) के आदेश- जो आज तक कोई सरकार ना कर सकी वो “आप” ने किया !

7. दिल्ली जलबोर्ड में 800 कर्मचारियों का तबादला, 3 रिश्वत लेने के अपराध में सस्पेंड !

8. दिल्ली जलबोर्ड जलबोर्ड घोटाला में 56 अधिकारी फंसे..जाँच शुरू की गयी !

9. दिल्ली के संगम विहार, देवली गाँव जैसे इलाको में टैंकर पानी माफियाओ पर शिकंजा...वहां के बौरवेलों को सरकारी कब्जे में लिया गया....पानी के टैंकर का ब्यौरा वेबसाइट पर डाला ताकि जनता जान सके कि कौन सा टैंकर कब और किस इलाके में जायेगा- पारदर्शिता की नयी मिसाल....!!

10. ठण्ड से परेशान गरीब असहाय लोगों के लिए कई नए रैन बसेरों का निर्माण....पुरानी बसों को बनाया रैन-बसेरा बनाकर बेकार संसाधनों का बेहतरीन इस्तेमाल !

11. दिल्ली के व्यापारिओं के हित में VAT का सरलीकरण और अन्य कर सम्बन्धी सुधार लागू किये !

12. दिल्ली में व्यापारिओं को बड़ी राहत- रिटेल में एफडीआई (FDI) समाप्त – छोटे व्यापारिओं की चिंता ख़त्म !

13. दिल्ली में रेहड़ी –पटरी वाले छोटे व्यापारिओं का शोषण रोकने के लिए तथा उन्हें सम्मानजनक आजीविका कमाने देने के लिए नयी कल्याणकारी योजना लाने का फैसला !!

14. भ्रष्टाचार से लडने के लिए एंटी-करप्शन 1031 और 25356971 नंबर जारी – पहली बार दिल्ली में किसी सरकार ने ऐसा किया !

15. नर्सरी एडमिशन हेल्पकलाइन नंबर, 011-27352525 नंबर जारी – हजारों अभिभावकों की चिंता दूर की !

16. डोनेशन के नाम पर स्कुलों में सरेआम होनेवाली सौदेबाजी बन्द – दिल्ली के माता-पिता के जेब को लूटने से बचाया !

17. दिल्ली के प्रत्येक सरकारी स्कूलों का सर्वे पूरा...हर स्कूल को एक लाख रूपए जारी किये जा चुके हैं ताकि छोटे-छोटे कामों जैसे पानी, शौचालय की मरम्मत आदि के लिए परेशानी ना हो !
http://indiatoday.intoday.in/story/what-the-aap-government-achieved-in-49-days/1/343554.html

18. स्कूलों के अध्यापकों का काम करने का समय बढ़ा कर 45 घंटे प्रति हफ़्ता किया !

19. दिल्ली के विद्यार्थिओं को मुफ्त बस पास देने की योजना पर फैसला !

http://indianexpress.com/article/cities/delhi/delhi-students-to-get-free-dtc-bus-passes/

20. दिल्ली के 1984 सिख दंगो पर SIT का गठन जो पिछली कोई सरकार ना कर सकी !!

21. दिल्ली के सरकारी दफ्तरों के बाहर प्रचलित दलाली प्रथा पर नकेल कसी....Sting Operation से दी जनता को नयी ताक़त- भ्रष्टाचारियो के मन में खौफ पैदा किया !

22. दिल्ली पुलिस को दिल्ली की सरकार के अधीन लाने के लिए सड़क पर आन्दोलन !!

23. दिल्ली पुलिस के स्टिंग की सी.डी. जारी जिसमे हफ्ता वसूली और मासूमों पर अत्याचार को दिखाया गया- तीन पुलिसवाले तुरंत सस्पेंड---“आप” का असर !!

24. शराब माफियाओ के खिलाफ लडते हुए शहीद होने वाले दिल्ली पुलिस के जवान के परिवार को एक करोड रूपये का मुवायजा – शहीदों का सम्मान हमेशा “आप” की पहली प्राथमिकता थी, है और रहेगी !

25. राशन माफियाओं की नाक में नकेल कसी – राशन वितरण में पारदर्शिता लाने की कयावद शुरू !!

26. कृषि उत्पादों से सम्बंधित बोर्ड में भारी फेरबदल और बर्खास्तगी ताकि सब्जियों और फलों की काला बाजारी पर रोक लगे और महंगाई काबू में आये – वाकई “आम आदमी” की सरकार !!

27. महिला सुरक्षा दल बनाने पर जोर-शोर से काम जारी....कमेटी का गठन किया !

28. महिलाओं की सुरक्षा के लिए दिल्ली परिवहन के साथ मिलकर मानस फाउंडेशन संस्था द्वारा दिल्ली के एक लाख ऑटो चालकों का संवेदनशीलता सम्बन्धी मानसिक प्रशिक्षण शुरू...अब तक चार हज़ार ऑटो चालक प्रशिक्षित किये जा चुके हैं...

29. दिल्ली सरकार के अंतर्गत ठेकों पर काम करने वाले लगभग एक लाख कर्मचारियों को स्थायी करने का निर्णय परन्तु लागु करने से पहले सरकार गिरी !

30. दिल्ली के लोधी कॉलोनी इलाके में एक रिक्शाेवाला ने किया एनडीएमएसी के अस्पयताल का उद्घाटन – “आम आदमी” को इज्ज़त और सम्मान- मालिक को उसकी जगह दी और नौकर “नेता” को उसकी जगह बताई !

31. दिल्ली और NCR के लिए 5500 ऑटो के नए परमिट जारी किये- यात्रिओं को आराम !

32. दिल्ली की जनता और महिलाओं की सुरक्षा के मुद्दे पर धरना- पुलिस को जवाबदेह बनाने की माँग !

33. दिल्ली सरकार में ज्यादा से ज्यादा नौकरियो में भर्तियां की और बाकि की प्रक्रिया शुरू की !

34. दिल्ली में 100 नयी आधुनिक और पूर्ण सुसज्जित एम्बुलेंस खरीदने का आदेश दिया !

35. दिल्ली के 11 बड़े अस्पतालों में कामकाजी लोगों की सुविधा के लिए शाम की OPD शुरू करने की योजना ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग सरकारी व्यवस्था का लाभ ले सकें !

36. दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में दवाइयों और मशीनों की खरीद के लिए केंद्रीकृत खरीद व्यवस्था शुरू की !

37. दिल्ली के अस्पतालों में मानव संसाधन और मशीनों के रख रखाव और आधुनिकरण के लिए केंद्रीकृत कंप्यूटर प्रणाली ( Health Management Information System) की प्रक्रिया के पहले कदम में LNJP में पायलट प्रोजेक्ट शुरू- जल्द ही सभी अस्पतालों में लागू करने का था इरादा !!

38. बलात्कार और एसिड हमले की शिकार पीडिता महिलाओं को बिलकुल मुफ्त इलाज़ देने के लिए सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों को आदेश जारी किया जा चूका है !!

39. दिल्ली में खिलाडियों को प्रोत्साहित करने के लिए योग्य खिलाडियों की वार्षिक मदद छतीस हज़ार रूपए से से बढ़ा कर दो लाख रूपए सालाना की !!
http://archive.indianexpress.com/news/more-money-for--outstanding--sportspersons/327523/

40. दिल्ली में केंद्र द्वारा जरुरत से कम CNG देने के खिलाफ दिल्ली हाई कोर्ट में अपील..दबाव में केंद्र सरकार द्वारा CNG के दामों में जबर्दस्त कमी से आम आदमी को राहत !!

41. प्राकृतिक संसाधनों की कॉर्पोरेट (अम्बानी) द्वारा लुट और केंद्र द्वारा मूक समर्थन पर हल्ला बोल- बेबाक और निर्भयी सरकार जो बड़े बड़े लोगों पर भी हाथ डालने से नहीं घबराती – राष्ट्र प्रथम सदैव !!

42. भारत के इतिहास में पहली बार किसी राज्य सरकार द्वारा बड़े उद्योगपति मुकेश अम्बानी और केन्द्रीय मंत्री वीरप्पा मोइली, मुरली देवड़ा पर FIR दर्ज !!

43. शिला दीक्षित सरकार के समय हुए “दिल्ली रिंग-रोड बाईपास” के निर्माण में 184 करोड़ रूपए के घोटाले की जांच के दिए आदेश दिए !!
http://www.ndtv.com/article/india/184-crore-scam-in-ring-road-bypass-project-aap-government-orders-probe-480761

44. अवैध कालोनी घोटाले में शीला दीक्षित के खिलाफ केस दर्ज- चुनावी वादा निभाया कि किसी भ्रष्ट को नहीं बख्शा जायेगा चाहे वो कितना भी ताकतवर क्यों ना हो !!

45. कॉमन वेल्थ घोटाले में बड़ी मछलिओं पर शिकंजा कसा- कांग्रेस और बीजेपी में बेचैनी शुरू !!

46. पहली बार भारतीय राजनीती में इतने बड़े पैमाने पर सभी मंत्रिओं का अपने अधीन विभागों का रात-बे-रात औचक दौरा और ज्यादातर समस्याओं का मौके पर निदान....जनता के सेवक जनता के बीच !!

47. दिल्ली में जनता को त्वरित न्याय दिलवाने के लिए नए फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट खोलने का निर्णय !!

48. स्वराज बिल पर काम जारी- मोहल्ला सभाओं को पैसा और निर्णय का अधिकार देने का फैसला !!

49. दिल्ली के लिए बहुत ही मजबूत जनलोकपाल बिल का फाइनल ड्राफ्ट तैयार पर कांग्रेस और बीजेपी की दोगली नीति के कारण विधानसभा में इसे रखने नहीं दिया गया और आख़िरकार जिसकी वजह से सरकार गिरी !!

इस मुल्क के आज़ाद होने के बाद आज तक किसी भी सरकार ने इतने तेज़ी के साथ, इतने सारे मसलों पर एक साथ और इतनी नेक नियति से काम नहीं किया जितना “आप” ने दिल्ली में 49 दिनों में किया....अंदाज़ा लगाइए कि अगर ये सरकार पूर्ण बहुमत में होती और अगले पूरे पांच साल सेवा करती तो दिल्ली का चेहरा ही बदल जाता....ये तो बस एक शुरुआत है.....

विरोधी चाहे जो कहें पर दिल्ली की जनता अब सब समझ चुकी है.....और इसका सबूत है अरविन्द के इस्तीफे के बाद तक़रीबन हर टीवी चैनल द्वारा किया गया सर्वे जिसमे ज्यादातर लोगों ने “आप” में आस्था जताई और कहा कि अगर आज की तारीख में फिर से दिल्ली में चुनाव होंते हैं तो “आप” ही उनकी पहली पसंद होगी !!

- दिल्ली में 83% लोग आम आदमी की सरकार के काम से संतुष्ट - TOI (The Times of India) सर्वे !

- दिल्ली में 76% लोग दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के काम से संतुष्ट - CNN-IBN-CSDS POLL !

अब जब अगली बार कोई आपको ये कह कर बरगलाये कि “आप” ने दिल्ली में आखिर किया ही क्या है तो आपको पता है कि आपको क्या जवाब देना है......

“ बिना रुके, बिना थके और बिना किये आराम,
“आप” के 49 दिन, “आप” के 49 काम ”

दिल्ली आपकी, भविष्य आपका, वोट आपका तो फैसला भी आपका !!

जय हिन्द !! वन्दे मातरम !!

डॉ राजेश गर्ग !!
 

Saturday, February 15, 2014

49 Days in Delhi Government

An Experience of 49 Days in Delhi Government become a challenge for NAMO

In the mid of September 2013, I was writing a blog about who is going to be the main challenge for NAMO in up comming Loksabha election. I had mentioned Kejriwal's name but i stopped writing the article thinking I am optimistic in my view. But from the present scenario I can sense that I was not optimistic but I was right. Let me rewrite one paragraph from that article. 
             "Who is going to be the main challenge for Modi? If you think it is Rahul Gandhi, then think again; it is not Rahul Gandhi but Arvind Kejriwal of Aam Aadmi Party. I will discuss in detail why Kejriwal will be main trouble, before that I would like to explain rahul Gandhi is not going to be a challenge for Modi. Rahul Gandhi is an MP for more than a decade, but he has never tried to take any responsibility. He has not created any example that can show his credibility as popular leader. Once he was called youth Icon, but now no one  except congress leaders in India are giving any importance to him. In the same time corruption face of congress again decreases the popularity of Mr. Gandhi. So in today's era Rahul Gandhi can not be a challenge for BJP leader just because he belongs to Gandhi Family."
               This is the best time to discuss how Kejriwal can be a challenge for Modi. According to Kiran Bedi, the first woman IPS officer of India, we need an experience leader to run the government. But what will she say now as Kejriwal has experience of being a chief minister. Now her argument may be the experience in term of duration, but do duration really matters or the work also matters ? Many will agree that the duration and work both matters as they are directly proportional for a good leader. If this is the condition then I can give more rating to Kejriwal than Modi as per his 49 days working style. Let me describe why and how. 
          What are the arguments of opposition on AAP government? They are saying Kejriwal is an anarchist and don't know governance, so he resigned from the government. Let me clear that Kejriwal was described as an anarchist mostly by status quo people sitting in an AC room having a cup of tea in hand and eye on TV. If you ask a common man about Dharana of Kejriwal no doubt he will consider Kejriwal as a hero as he can see his frustration is being represented by Dharana of AAP. Mr.Kejriwal also considered himself as a common man than considering himself as a CM of a state. From the news paper I found that people in a village of Rajasthan used to come to a shop to see Kejriwal's interview as they don't have cable connection in their home. If this is the madness of people in rural area, then it is better not to speak about urban area. Before questioning the governance of AAP party in delhi no one has described what is governance. Even I have never found in any news debate an anchor asking the critics of Kejriwal about what governance they want and this really shocked me. As per my knowledge governance is to discuss issues of citizens, to give them a chance so that they can utilize their fundamental rights in a best way, to provide justice to citizens or simply to solve the problems of people who elected you to government. If you look back what AAP government has done in last 49 days, you can see they have tried to solve many problems, starting from Water supply issue to corruption issue via power supply issue, that a common man faces in his daily life. So questioning governance is just a word that oppositions have remembered without knowing the meaning. In 49 days of government AAP has fulfilled more than 50% of their manifesto. But the funniest thing is that opposition are arguing of not delivering manifesto without saying which part of manifesto. 
          Who is more popular Modi or Kejriwal. ? Although popularity of one person should not matter in a democratic country, but no one can ignore this issue. Technically speaking popularity of Modi is increasing linearly since 2000 whereas popularity of Kejriwal is increasing in a quadratic way  since 2011. There are many things that Modi can't do but Kejriwal does. Unlike Kejriwal, Modi can't go into crowd without large security. Is this popularity that you have security problem with those people whom you want to vote for you? Kejriwal is leading his party for transparency in donation but Modi is silent about unknown fund his party is getting. Is this the way you want to bring back black money to India? Unlike Kejriwal, Modi has no guts to speak against Reliance gas Scam,the largest scam in India's history. Is this the way you want to fight corruption?  Kejriwal and his team are giving tickets to honest people without any criminal background but highest number of criminal are in Gujurat assembly. Is this the way you want to give safety to citizens of India? Kejriwal is in website of news channels for his work whereas Modi's picture is found on website with expenditure of crore of rupees.  Is this the way you want to convince people to vote for you Mr. Modi ? There are a lot of similar type questions in our mind to be answered by NAMO. People like us will support AAP unless we get a clear response from NAMO on these questions. We were in doubt regarding existence of AAP and its win-ability. But these 49 days of governance in Delhi became an example for us to support Kejriwal and his party. 
Source:- http://sitansusekhar.blogspot.in/2014/02/a-journey-of-49-days-in-delhi.html

unconstitutional Act by aap


आज से 12 साल पहले जब केंद्र में बीजेपी की सरकार थी और दिल्ली में शीला दीक्षित की सरकार थी, तब 11 सितंबर 2002 को शीला दीक्षित की सरकार ने गृह मंत्री लाल कृष्ण आडवानी के इस गैर संवेधानिक आदेश का खुलकर विरोध किया था जिसमे दिल्ली विधानसभा से उसके कानून बनाने की शक्तियां छीन ली गयी थी। इस के लिए शीला दीक्षित ने बाकायदा एक दिन का विषेश विधानसभा सत्र बुलाकर इस आदेश के विरुद्ध resolution पास किया था।

तब बीजेपी ने सदन से वाक् आउट किया था। उस समय शीला दीक्षित की सरकार ने कहा था की उपराज्यपाल दिल्ली की केबिनेट की सलाह पर काम करे, केंद्र के इशारों पर नही। तब खुद शीला दीक्षित ने इस आदेश को गैर संवेधानिक करार दिया था और आज वही कांग्रेस, बीजेपी और उपराज्यपाल मिलकर इस गेर-संवेधानिक कानून की आढ़ में संविधान की दुहाई दे रहे है, ये विचित्र कम और हास्यास्पद ज्यादा लगता है।

http://www.hindustantimes.com/india-news/newdelhi/12-years-ago-sheila-dikshit-was-on-arvind-kejriwal-s-side/article1-1182516.aspx
 
 

Monday, February 10, 2014

"कोर्ट मार्शल"

"कोर्ट मार्शल"

आर्मी कोर्ट रूम में आज एक
केस अनोखा अड़ा था
छाती तान अफसरों के आगे
फौजी बलवान खड़ा था

बिन हुक्म बलवान तूने ये
कदम कैसे उठा लिया
किससे पूछ उस रात तू
दुश्मन की सीमा में जा लिया

बलवान बोला सर जी! ये बताओ
कि वो किस से पूछ के आये थे
सोये फौजियों के सिर काटने का
फरमान कोन से बाप से लाये थे

बलवान का जवाब में सवाल दागना
अफसरों को पसंद नही आया
और बीच वाले अफसर ने लिखने
के लिए जल्दी से पेन उठाया

एक बोला बलवान हमें ऊपर
जवाब देना है और तेरे काटे हुए
सिर का पूरा हिसाब देना है

तेरी इस करतूत ने हमारी नाक कटवा दी
अंतरास्ट्रीय बिरादरी में तूने थू थू करवा दी

बलवान खून का कड़वा घूंट पी के रह गया
आँख में आया आंसू भीतर को ही बह गया

बोला साहब जी! अगर कोई
आपकी माँ की इज्जत लूटता हो
आपकी बहन बेटी या पत्नी को
सरेआम मारता कूटता हो

तो आप पहले अपने बाप का
हुकमनामा लाओगे ?
या फिर अपने घर की लुटती
इज्जत खुद बचाओगे?

अफसर नीचे झाँकने लगा
एक ही जगह पर ताकने लगा

बलवान बोला साहब जी गाँव का
ग्वार हूँ बस इतना जानता हूँ
कौन कहाँ है देश का दुश्मन सरहद
पे खड़ा खड़ा पहचानता हूँ

सीधा सा आदमी हूँ साहब !
मै कोई आंधी नहीं हूँ
थप्पड़ खा गाल आगे कर दूँ
मै वो गांधी नहीं हूँ

अगर सरहद पे खड़े होकर गोली
न चलाने की मुनादी है
तो फिर साहब जी ! माफ़ करना
ये काहे की आजादी है

सुनों साहब जी ! सरहद पे
जब जब भी छिड़ी लडाई है
भारत माँ दुश्मन से नही आप
जैसों से हारती आई है

वोटों की राजनीति साहब जी
लोकतंत्र का मैल है
और भारतीय सेना इस राजनीति
की रखैल है

ये क्या हुकम देंगे हमें जो
खुद ही भिखारी हैं
किन्नर है सारे के सारे न कोई
नर है न नारी है

ज्यादा कुछ कहूँ तो साहब जी
दोनों हाथ जोड़ के माफ़ी है
दुश्मन का पेशाब निकालने को
तो हमारी आँख ही काफी है

और साहब जी एक बात बताओ
वर्तमान से थोडा सा पीछे जाओ

कारगिल में जब मैंने अपना पंजाब
वाला यार जसवंत खोया था
आप गवाह हो साहब जी उस वक्त
मै बिल्कुल भी नहीं रोया था

खुद उसके शरीर को उसके गाँव
जाकर मै उतार कर आया था
उसके दोनों बच्चों के सिर साहब जी
मै पुचकार कर आया था

पर उस दिन रोया मै जब उसकी
घरवाली होंसला छोड़ती दिखी
और लघु सचिवालय में वो चपरासी
के हाथ पांव जोड़ती दिखी

आग लग गयी साहब जी दिल
किया कि सबके छक्के छुड़ा दूँ
चपरासी और उस चरित्रहीन
अफसर को मै गोली से उड़ा दूँ

एक लाख की आस में भाभी
आज भी धक्के खाती है
दो मासूमो की चमड़ी धूप में
यूँही झुलसी जाती है

और साहब जी ! शहीद जोगिन्दर
को तो नहीं भूले होंगे आप
घर में जवान बहन थी जिसकी
और अँधा था जिसका बाप

अब बाप हर रोज लड़की को
कमरे में बंद करके आता है
और स्टेशन पर एक रूपये के
लिए जोर से चिल्लाता है

पता नही कितने जोगिन्दर जसवंत
यूँ अपनी जान गवांते हैं
और उनके परिजन मासूम बच्चे
यूँ दर दर की ठोकरें खाते हैं..

भरे गले से तीसरा अफसर बोला
बात को और ज्यादा न बढाओ
उस रात क्या- क्या हुआ था बस
यही अपनी सफाई में बताओ

भरी आँखों से हँसते हुए बलवान
बोलने लगा
उसका हर बोल सबके कलेजों
को छोलने लगा

साहब जी ! उस हमले की रात
हमने सन्देश भेजे लगातार सात

हर बार की तरह कोई जवाब नही आया
दो जवान मारे गए पर कोई हिसाब नही आया

चौंकी पे जमे जवान लगातार
गोलीबारी में मारे जा रहे थे
और हम दुश्मन से नहीं अपने
हेडक्वार्टर से हारे जा रहे थे

फिर दुश्मन के हाथ में कटार देख
मेरा सिर चकरा गया
गुरमेल का कटा हुआ सिर जब
दुश्मन के हाथ में आ गया

फेंक दिया ट्रांसमीटर मैंने और
कुछ भी सूझ नहीं आई थी
बिन आदेश के पहली मर्तबा सर !
मैंने बन्दूक उठाई थी

गुरमेल का सिर लिए दुश्मन
रेखा पार कर गया
पीछे पीछे मै भी अपने पांव
उसकी धरती पे धर गया

पर वापिस हार का मुँह देख के
न आया हूँ
वो एक काट कर ले गए थे
मै दो काटकर लाया हूँ

इस ब्यान का कोर्ट में न जाने
कैसा असर गया
पूरे ही कमरे में एक सन्नाटा
सा पसर गया

पूरे का पूरा माहौल बस एक ही
सवाल में खो रहा था
कि कोर्ट मार्शल फौजी का था
या पूरे देश का हो रहा था ?