Saturday, January 5, 2013

सब से खतरनाक होता है ' सपनो का मर जाना'


दोस्तों, किसी भी व्यक्ति के बारे में आपकी अपनी राय हो सकती है ....होनी भी चाहिए ..और यह वक्त वक्त पर ...उसके काम और व्यवहार के आधार पर बदलती रहती है
ये है आशुतोष जी, जो की IBN 7 के एक बड़े पत्रकार है ....और में इनकी काफी इज्ज़त करता हूँ ....
इन्होने पूरे अन्ना आन्दोलन को कवर किया ...एक किताब भी लिखी ...
मैंने कई बार पाया है ..इनको मुखर होकर बहस करते हुए ....कई बार ...सुना है वो जो मैं कहना चाहता था ...इनके मुंह से ...

अभी हाल में ही ....24 दिसम्बर को ...अपने tweet में कहा था की ...."अब बीजेपी के नेताओं को यह मान लेना चाहिए की वो विपक्ष का सही रोल नहीं निभा रहे "
इन्हें सच बोलने की आदत है , गलत होता देख आँखे बंद कर बर्दाश्त नहीं करते , शायद इनकी सचाई इन पर भारी पड़ रही है ,
सब से खतरनाक होता है '
सपनो का मर जाना'
तब ऐसी शायरी करते पाए गए ,
अब पता नहीं कहा क्या लिख रहे होंगे ,कुछ दिन पहले इन्हें आखरी बार इंडिया गेट पर दामिनी के लिए इंसाफ मागते हुए देखा गया था , उस दिन के बाद ये गुम हो गए , अगर ये किसी को मिले या आप कही देखे तो इन्हें सिर्फ इतना बता देना ,

आप के बिना ibn7 देखने का मन नहीं करता ,
ibn7 फीका फीका लगता है ,
सब आप को बहुत याद करते हैं ,
सब जानना चाहते हैं आप कहा पर हैं ,

हमे उम्मीद है ये हमे जलद ही मिल जायेंगे , जय हिन्द
और बस ...तब से आज तक मैंने नहीं देखा इनको टीवी पर ...
IBN 7 पर रात 8 बजे एक program आता है ....Agenda with Ashutosh .....पर पिचले 10/12 दिन से एजेंडा तो होता है ....पर आशुतोष नहीं ...क्योँ क्या हुआ ...कुछ पता नहीं ....नागेन्द्र शुक्ल
http://khabar.ibnlive.in.com/blogs/16/762.html




 

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