Saturday, November 10, 2012

इस बार कुछ मांगेंगे भी ... और वो है .....अरविन्द जी के लिए समर्थन ....है ना ...मांगेंगे ना ?

दोस्तों कल ट्रेन के जनरल टिकट पर सफ़र करना पड़ा (हाँ रिजर्वेशन करना भूल गया था फिर मिला नहीं), जनरल बोगी मे बहुत - बहुत भीड़ थी,  बैठने की तो बात दूर रही खड़े होने की भी जगह कम थी, पर इस मुस्किल हालत मे भी एक अच्छी बात हुई...
बोगी में बहुत सारी सवारी थी लोगों से बहुत सारी बातें हुई....एक बात जो शेयर करनी थी वो ये की ...दो सवारियाँ नूर आलम और राधेश्याम ..जो की एक ही गाँव के हैं और दिल्ली मैं एक ही जगह काम करते हैं...ने बातों में बड़ी सही बात कही की .....उनको कुछ पता ही नही चलता जबकि वो दिल्ली मे हैं तो गाँव - गाँव मे लोगों को कैसे पता चलेगा की अरविंद जी क्या कह रहें है...क्या कर रहें है ......क्या और क्योँ करना चाहते हैं ....
सवाल वाजिब था ....थोड़ा सोचकर मैं बोला की पता चलेगा,... सबको पता चलेगा - हर गाँव मे पता चलेगा हर इंशान को पता चलेगा ....और सब प्रयास करेंगे...और ये होगा ज़रूर......वो बोले कैसे ?
मैने कहा की ....भाई ये बताओ की देश मैं कौन लोग रहतें है .....
या तो मेरे दोस्त, रिश्तेदार या फिर तुम्हारे - और है क्या देश की जनता ....आप ही बताओ इसके आलवा कोई है क्या?...नही है ना ....
फिर परेशानी की बात क्या है .....हो गया काम
जब भी मैं अपने दोस्तों से मिलूँगा, रिश्तेदारों से मिलूँगा ...उनसे बात करूँगा उनको समझाउँगा...
जब आप मिलना ....आप समझाना ......
बस हो गया काम....हो गया की नही......दोस्तों
 त्योहारों में हम अपने दोस्तों से मिलते है रिश्तेदारों से मिलतें है ....एक दूसरे को शुभकामनाये / मुबारकबाद देतें है ......इस बार भी देंगें ....पर इस बार कुछ मांगेंगे भी ...
और वो है .....अरविन्द जी के लिए समर्थन ....है ना ...मांगेंगे ना ?
जब हम यह करने लगेंगे तो देश मैं कोई अनजान नहीं बचेगा और काम हो जायेगा ......
एक बात और जो मुझे लगती है की जब भी हम किसी रिक्शे में, ट्रेन में , बस में ...या कहीं भी जहां लोग हों ......हम उनसे बात कर सकते हैं ......
उनसे अरविन्द जी के बारे में पूछ सकतें है .......मुझे लगता है की पूछना फिर उनकी बात को सुन कर उत्तर देना ...ज्यादा असरदार होगा .....पर आप समझदार है ....
हमें पता है ...की एक नहीं हज़ार रास्ते निकल लेंगे .....इस देश से भ्रस्टाचार को मिटने के लिए .....अरविन्द जी को PM  बनाने के लिए ......
काम कोई मुश्किल नहीं ....आसान है ...अगर हम करना चाहें .......कोई काम होगा कैसे नहीं ....बस हम करना चाहें।।
हम ...हम कौन .....हम और आप ....आम आदमी ...
......नागेन्द्र शुक्ल .....शुभ दीपावली ।।
दोस्तों मेरा विनम्र निवेदन है की जब भी जहां भी मौका मिले लोगों से बात करें .....और बताएं ....हम जीतेंगे ...हमें जितना ही होगा,.....हम सब प्रयास करेंगे,....करेंगे ना ?

No comments:

Post a Comment