Tuesday, August 27, 2013

Gujrat V/s Bihar Development

अभी हाल के दिनों में देख रहा हूँ की बिहार और गुजरात की विकास की तुलना की जाती है और गुजरात को ज्यादा बेहतर बताया जाता है पर पता नही क्यों मझे लगता है की बिहार आज से नही बल्कि शुरू से ही गुजरात से ज्यादा बेहतर रहा है कारण नीचे दे रहा हूँ किसी भी सफल प्रदेस का क्या मापदंड होना चाहिए मै गुजरात और बिहार की तुलना पुरे भारत में कर रहा हूँ ताकि किसी के साथ अन्याय न हो ------1)शिक्षा से लगाव ---आप पुरे भारतके बोर्डिंग स्कूल कोचिंग संस्थान में सर्वे कीजिये ज्यादा विद्यार्थी गुजरात के नही बल्कि बिहार के मिलिंगे२)मेडिकल आप दिल्ली के सभी नामी हॉस्पिटल जैसे एम्स, राम मनोहर लोहिया, सफदरजंग, अपोलो,में सर्वे कीजिये ज्यादा डॉक्टर गुजरात के नही बल्कि बिहार के मिलिंगे३) टेक्नोक्रेट----आप पुरे भारत के प्राइवेट या सरकारी फैक्ट्री जैसे टाटा,बिरला,रिलायंस महिंद्रा विप्रो भारत पेट्रोलियम, हिदुस्तान पेट्रोलियम आदि में इंजिनियर का सर्वे कीजिये आपको गुजरात सेज्यादा बिहार के मिलेंगे4)ब्यूरोक्रेट---आप दिल्ली सचिबालय तथा मंत्रालय में जाकर सर्वे कीजिये ज्यादा आईएएस गुजरात नही बल्कि बिहार के मिलेंगे दिल्ली रास्ट्रीय राजधानी है वंहा के पुलिस कमिशनर गुजरात के कम बिहार के ज्यादा बने है रेलवे में आपको ज्यादा कर्मचारी गुजरात नही बल्कि बिहार के मिलिंगे आजतक देश जितनी भी लड़ाई लड़ी है उनमे बिहार के सैनिको का योगदान गुजरात से ज्यादा रहा है5)कला---- सिने जगत कलाकार गुजरातसे ज्यादा बिहार दिया है6)इतिहास--- गुजरात से ज्यादा नामी स्वतंत्रा सेनानी बिहार के थे जैसे राजेंद्र बाबु सच्चिदानंद सिन्हा आदि भारत का संबिधान दिल्ली के अलावे केवल बिहार आया है हिंदी के ज्यादा नामी कवि और लेखक देश को गुजरात नही बल्कि बिहार दिया है देश के बाहर किसी देश के रास्त्रपति गुजरात के नही बल्कि बिहार के बने थे, देश के नामी खगोलशास्त्री भी बिहार के थे गुजरात के नही विश्व का पहला गणराज्य वैशाली गुजरात ने नही बल्कि बिहार ने दिया था सम्राट अशोक चन्द्रगुप्त चाणक्य भगवानबुद्ध महावीर गुजरात के नही बल्कि बिहार के थे विश्व का पहला विश्वविदाल्य बिहार ने दिया गुजरात ने नही कितना लिखू सभी क्षेत्र में बिहार गुजरात से आगे था आगे है और आगे रहेगाहाँ एक क्षेत्र है जिसमे बिहार बहुत पीछे है गुजरात से वो है पैसा धन दौलत और भौतिक सुख सुविधा किन्तु ये सफलता का पैमाना नही हो सकता क्योंकि अगरये पैमाना होता अयोध्या से ज्यादा भौतिक सुख लंका के प्रजाको था तथा रावण के पास भगवान राम से ज्यादा धन था किन्तु आदर्श श्री राम रहे न की रावण और आदर्श राज्य अयोध्या है न की लंका,

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