Saturday, August 3, 2013

कभी किसी ने बताया ही नहीं .....पर किसी ने बताया क्यों नहीं?



नयी बात नहीं है ...पता सभी को है ..पर आज फिर अहसास हुआ की .....हमारे देश की एक बहुत जनसँख्या ...वाकई ये समझती है की किसी ना किसी (नेता, या चमचा ...या चमचे का चमच्च )...की दया पर जिन्दा है ....और ये बहुत बड़ा तबगा,.. ये जानता ही नहीं की ...उसे भी हक़ है ...सवाल करने का ....सबके बीच,... अपनी बात रखने का ...
उसे तो बस ये पता है ...मैं ...मेरा मोहल्ला या गाँव .....उसके अहसान के तले ...सांसे ले रहा है ....
और हो भी क्यों ना?......माहौल ही कुछ ऐसा है ....
सीधे साधे,...अपनी जिंदगी की जहादोजहद में व्यस्त ....कर्मठ...लोगो ...बताया ही जाता है ...की इस सड़क का निर्माण ..फलाने भैया ने करवाया है ....
किसी ने कभी बताया ही नहीं ....उनको ..की,...

ये उनका ही पैसा था ...और उन्होंने ही नौकरी पर रख्खा है ....पार्षद / विधायक को ....अपने सामाजिक कार्य करने के लिए ....उनका काम ही है ये सब करवाना .....कोई अहसान नहीं करते वो तुम पर .....

वास्तव में वो ..जन-सेवक है ....मतलब जनता के काम करने/करवाने ... का अधिकारी ....और तुम इसकी तनख्वाह देते हो उनको ....तो फिर अगर वो कुछ करते ....करवाते है ...
तो कोई अहसान नहीं ......

दूध के तबेले में ...काम करने वाले ..राधे ...इसी वजह से पिछले 3 बार से एक जनाब को वोट दे रहा है ..क्योंकि ...उनके घर के पास हैण्डपम्प लगवाया था ....किसी ने ....

अब वोट तो देना ...हक़ अदा करना है ना ......

आह .....ये हालत है ....आज़ादी के 65 साल बाद .....की हमें पता ही नहीं की ....हम आज़ाद है ....
कभी समझ ही नहीं आया ...आज़ाद मतलब क्या ....
आज़ाद का हक़ क्या?....और कर्तव्य क्या?
कभी किसी ने बताया ही नहीं .....पर किसी ने बताया क्यों नहीं?
पर ये,.... हुआ नहीं है .......किया गया है .....
और किया किसने है ?......शायद उन्हीं ने ...

जो आज ऐसी राजनीतिक पार्टी के ....कार्यकर्ता या संमर्थक है  ...जो RTI के अन्दर नहीं आना चाहती ....जो भ्रष्टाचार के मुद्दे पर चुनाव नहीं होने देती ....ये वाही लोग है ...जो देश के टीचर वकील डॉक्टर पुलिस ........दुनियादारी .....सबको कण्ट्रोल करते है .....
और ....
आम आदमी पार्टी के खिलाफ है ..पारदर्शिता के खिलाफ है ....
और ..कुछ गलत ...कुछ गलत ढूँढने में व्यस्त रहते है ...AAP और अरविन्द में .....नागेन्द्र शुक्ल

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