Wednesday, October 3, 2012

लड़ो पढ़ने के लिए, और पढो लड़ने के लिए

लड़ो पढ़ने के लिए, और पढो लड़ने के लिए
विगत कुछ वर्षो मैं सबसे जयादा नुकसान हमारी शिक्षा प्रणाली को हुवा है, पाहिले तो इन नेताओं ने शिक्षा का व्यवसायीकरण किया, फिर अपने स्कूल कॉलेज खोले.
इन संस्थानों मैं शिक्षा के साथ मजाक हो रहा है, प्रत्यक्ष उदहारण है की आज किसी भी छात्र के लिए BTec, BCA, MCA, MBA...etc..मैं Admission  मिलना कितना आसान हो गया है.
आप कहेंगे ये तो अच्छी बात है.......जी हाँ जरूर अच्छी बात होती अगर इन संस्थानों मैं शिक्षा का स्तर भी बेहतर होता......
आज किसी गाँव, कसबे के सरकारी स्कूल मैं पढ़ने वाला मेधावी छात्र इनके फंदे मैं आसानी से फँस जाता है. माध्यम वर्गीय आम आदमी....
यह सोच कर की बेटा इंजीनियरिंग कर रहा है, आपना सब कुछ झोंक देतें है इन संस्थानों की demands को पूरा करने में | ये ठीक उसी तरह प्रतीत होता है जैसे दहेज़ प्रथा ||
और finally engineering complete करके  छात्र को पता चलता है की उसने वो तो पढ़ा ही नहीं........जो एक अदद नौकरी के लिए जरूरी था.........अब सुरु होता है छोटी मछली का खेल....
सभी बड़े शहरों में Job oriented specific coaching classes .....जब पिताजी को पैसे देने का समय आया तो अब फिर कोचिंग के लिए पैसे चाहिए....उसके बाद भी जॉब की क्या गारंटी.....और अगर मिल भी गयी तो Quality का क्या....ये है हमारा पढ़ाई का स्तर.....शर्म आती है की इंजीनियरिंग खत्म करने के बाद भी....Coaching .....ये कैसा मानसिक विकास है, जो एक युवा को भी बैशाखी के सहारे की जरूरत पड़ रही है
अब ये युवा आपनी पूरी उर्जा सिर्फ, अपनी नौकरी को बचाने में......और फिर से इन नेताओं के स्कूलों में अपने बच्चे के लिए डिग्री खरीदने के लिए पैसे जोड़ने में ही गुजार देगा.....और नेता...नेता तो नेता है बस ऐस करेगा, और उसका बच्चा पढ़ाई के नाम पैर विदेश में ऐस करेगा.....फिर सही समय आने पर नेता बन कर देश को लूट कर....पिताजी की तरह ऐस करेगा ......बस यही क्रम चलता जा रहा है .....पर कब तक? और हम क्योँ चलने दे रहे है....क्योँ ?.....क्योंकि हमें इन नेताओं से दान चाहिए कभी कोई चुनाव जीत कर TV वितरण करता है तो कोई लैपटॉप.....Please हमें दान, धर्म, दया और आरक्षण मत दो......बस बेहतर शिक्षा दे दो, पानी दे दो, बिजली दे दो, स्वास्थ दे दो, सड़क दे दो .....हम भारत को सबसे ऊपर पहुंचा देंगे....हाँ और आपका SENSEX भी....

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