Sunday, October 14, 2012

अब हम नहीं सुनते........अब हम बोलेंगे...

सलमान जी ...अपने अहंकार के चलते......आज आपने फिर से  क्या बोला......
बोला की ...अरविन्द जी 3rd grade के सड़क पर चलते फिरते लोग है .....
जानाब ....हम 3rd grade के सड़क पर चलते फिरते लोग.............ने ही गलती से तुमको नेता बना दिया......
भारत की जनता को समझते नहीं ......और ऑक्सफोर्ड में मिले सम्मान को ....गिनाते हो....
जनाब अब वोट भी उन्ही से लेना.....क्योँकी अब हम.... 3rd grade के सड़क पर चलते फिरते लोग.....हमारे घर मत आना....

अब हम, सिर्फ 3rd grade के लोगो को ही अपना सेनापति बनायेंगे.............एक सलाह है आपको .......अगर इज्जत बचानी है ....तो चुनाव में खड़े भी मत होना...... नहीं तो .......जमानत ...तक जब्त करा देंगे ......
ट्रेलर तो आप देख ही चुके हो ......लुइस जी का कौन सा नंबर आया था ...आप को बेहतर पता होगा .....
अरे कल ही तो बात है ...आपही के CM  ....के बेटे का क्या हाल हुआ......शायद आप landon में थे पता नहीं होगा .....पता कर लेना.....
और हाँ ....किसी तरह से आपके ...संकट मोचन के ...बेटे का संकट ...टल गया ...कोई बात नहीं ......अभी बहुत कुछ बांकी है .......

अब बीजेपी, की बात करतें है ......इनकी  ..स्थिति भी ....साफ़ नहीं दिखाई ..देती.....
या ये बोलें की ..साफ़ नज़र आती है ........की ये आप के सहयौगी है ....और जनता के विरोधी है ......

कांग्रेस और bJP  दोनों के पास अब ...कोई जवाब नहीं बचा....इनके सारे हथियार ..बेकार हो गए है ....
बस अब ...बेशर्मी....और बर्बरता ही बची है ........इनके पास......
हम कहना चाहतें है ......आप दोनों से .....अब आप को कोई नैतिक ...आधार नहीं ...बचा.....
अब हम आप की नहीं सुनते......
अब हम मैदान में उतरें है .....और बोल रहें है .....अभी चिल्ल्लायेंगे....और फिर दहाड़ेंगे .....
अब तुम बोलते रहो .......हम नहीं सुनते .....क्योँ.......... ...
क्यूंकि हम जानते है ...तुम झूठे हो.....

अरे इसमें बुरा भी क्या है ......क्योँ दोस्तों है क्या?.....
ये शुरु तो आपने ही किया था ....
हम ..अनशन पर बैठे....आप सी विनती की ....आपने वादा किया ...फिर धोखा दिया .....
हम फिर बैठे...........और आप बोंले हम नहीं सुनते ..........

तो जाओ ...जा कर कहीं और अपनी नेतागिरी करो......अब यहाँ नहीं चलेगी .......अब हम कहतें है ..कि
अब हम आप की नहीं सुनते......

वैसे आप के पास बोलने के लिए कुछ है भी नहीं .....
झूंठे ..दस्तावेज ...दिखाते हो .......ऊपर से डराते हो .......हम क्योँ सुने .....अब हम आप की नहीं सुनते......

अब अंत में हम ये बताना चाहते है ...की आप ने आज बोला ....
"I will See you In court "……दोस्त  अब हम  बोलतें  है ….we will see you on road…..
क्योँ भाइयों .............सही कहा ना ?
आप नाली के कीड़े बताते हो......अब हम बताते है की ...आप क्या हो....
आप पाहिले तो नेता हो ..........
ऊपर से ......अहंकारी.........अरे हिटलर ...हो .......
अब हम नहीं सुनते........अब हम बोलेंगे......हम कौन.......आम आदमी ............
------------नागेन्द्र शुक्ल

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