Tuesday, February 19, 2013

जो षण्यंत्र का हिस्सा....बन कर ...इनका साथ दे.....उन्नति के सारे रास्ते ...खुले है उसके लिए ...



काफी समय पहले एक पत्रकार हुआ करते थे ...हाँ हाँ थे ...क्यूंकि अब वो मंत्री जी है ....और भी जिम्मेवारी है ...सबसे बड़ी तो क्रिकेट की .......हमारे देश की क्रिकेट टीम एक बार बिना कीपर के तो खेल सकती है ....पर इनकी मर्जी के बगैर ...नेट प्रैक्टिस भी नहीं कर सकती .....

इन पत्रकार साहब को इतनी तरक्की ...इनके किस राष्ट्रीय सहयोग के लिए मिली ...ये तो मुझे अभी नहीं पता ....पर तरक्की बहुत मिली ....और कांग्रेस की कृपा दृष्टि से ही मिली .....
ये इतने ताकतवर मंत्री है ....की राज्यसभा के उपसभापति ....को कान में कहतें है ...की भाई ...कार्यवाही स्थगित कर दो ....(अब माइक खुला था - ये उसकी गलती की सबको सुनायी पद गया )....और सदन स्थगित हो जाता है .....

कुछ ऐसी ही शायद तरक्की .....मिल सकती है ....एक और नवोदय ....पत्रकार को ....जिनका नाम है दीपक ...जी हाँ दीपक चौरसिया ......इनकी भी तरक्की के असार पूरे और सितारे प्रबल दिख रहे है ....पर इनको तरक्की मिलेगी तब न ....जब इनके आकाओं की सरकार बनेगी ......और शायद जागी हुई जनता के बाद ....अब संभव नहीं होगा ......

एक तीसरे पत्रकार भी है .....जी इनका नाम भी ...दीपक ही है ...जो चौरसिया नहीं ....शर्मा ....जी हाँ ये वोही है ...जिनकी एक रिपोर्ट की वजह से ही ......ऑक्सफ़ोर्ड में पढ़े ...एक महान कानून मंत्री जी .....बन गए थे गैर कानून मंत्री .....दीपक शर्मा जी ने ही बताया था ...इन मत्री जी की महानता के बारे में ....की कैसे इन्होने ....स्वर्ग मीन भी जाकर ...कान से सुनने की मशीन बांटी थी ....

और मंत्री जी को इस महान काम के बदले ....प्रोउन्नति मिली ...और आज कल ....हमारे देश के विदेश मंत्री ....के पद को सुशोभित किया .....और वो पत्रकार (दीपक शर्मा )....पता नहीं गायब हो गए ...फिर दिखे ही नहीं ....अपने चैनल पर ...पता नहीं दाल रोटी ....अब कैसे चल रही होगी ...याद है वो प्रेस कांफ्रेंस ....जिसमे गैर मंत्री जी set कर रहे थे ....rules of the game ....और चीख चिल्ला रहे थे।

जब पत्रकारों की हो ....तो एक और नाम याद आता है ....जो अभी पत्रकार है नहीं ...पर उसकी पढ़ाई कर रहें है ....उनका नाम है ...योगेन्द्र जी ....जी हाँ ये वोही है ....जिन्होंने खुद बा खुद सामने आकर ...सबको बताया था ...की इंस्पेक्टर यौगेन्द्र .....जी की मृत्यु स्वाभाविक कारणों से हुई होगी ....वो कोई हत्या नहीं थी ....इनको भी हमारी कर्मठ दिल्ली पुलिस के कोमिस्नेर ने धमकया था TV पर सबके सामने .....पर ये डरे नहीं ....और लगातार अपनी बात को ...सामने रख्खा .....और हाँ बहन पौलिन को भी सलाम जिन्होंने ....भरपूर साथ दिया था ......अब आज कल इनका भी कुछ पता नहीं ....पर ठीक ही होंगे ....पर इनकी हिम्मत ने ....बचा लिए 8 निर्दोष को ...हत्यारे की संज्ञा ....से ....

तो तरह तरह के लोग भरे पड़े समाज में ....देश में ...पर कुछ हैं जो ....जन हित में ...देश हित में काम करतें है ...और कुछ जनता को मूर्ख बनाने के लिए .....खुद षण्यंत्र क हिस्सा बन जातें है .....

और ताज्जुब इस बात का ....की अब आप स्वयं देखिये ....जो षण्यंत्र का हिस्सा....बन कर ...इनका साथ दे ...देश को लूटने में ,....बांटने में ,....इनकी मिलीभगत में सहयोगी बने ......उन्नति के सारे रास्ते ...खुले है उसके लिए ....

पर आप की किसी ईमानदारी ...किसी प्रतिभा और प्रयास का कोई मोल नहीं ....खो जाते है सच्चे लोग ....कहीं ....

कुछ ऐसी व्यवस्था ....को झेल रहे है .....तो ऐसी स्थिति में ...सिर्फ दो रास्तें है ....
या तो आप अपने बच्चों को ....बईमानी , जालशाजी ...सिखा दो .....या फिर इस व्यवस्था के चलते ....आप उससे उन्नति की उम्मीद न करे ....

एक तीसरा रास्ता भी है ...अब आपके सामने ..की निकल कर खड़े हों ....और लड़ें ..इस भ्रष्ट व्यवस्था से ...इसको बदलने के लिए ...और अब करना ही क्या है ...इसके लिए .....

बस आप का सहयोग ...समर्थन ....और कुछ नहीं ......मर्जी आपकी ...नागेन्द्र शुक्ल
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1 comment:

  1. राजीव शुक्ला श्रीप्रकाश जैसवाल का साला (अवैध) है..
    2-इनकी तरक्की के पीछे सोनू पंजाबन का हाथ है,
    3-शुक्ला जी सोनू पंजाबन और पवार साहब का बंगला इंग्लैण्ड मेे एक साथ ही है...
    आगे खोज ले सारी रामायण लिख दी..

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