Tuesday, December 20, 2016

नोटबंदी से वोटबंदी तक

दोस्तों,....
बीते 8 नवम्बर को हमारे देश को एक सूचना दी गयी ,...
सूचना दी गयी की ,... आज रात 12 बजे से आपके - हमारे ,... 500 का नोट रद्दी का टुकड़ा बनके रह जायेंगे ,...
और सपना दिखाया गया ,... 50 दिन ,...
50 दिन ,... में बन जायेगा ,...आपका भारत ,... आपके सपनो का भारत ,...

सपने ,...
सपने इस देश को बहुत दिखाये गए ,...
कुछ पूरे हुए ,... कुछ अधूरे रहे ,....

तो क्या अंतर था,.... उन सपनो में ,... जो पूरे हुए और जो अधूरे रहे ,...
अंतर था दोस्तों ,.... और अंतर था नियत का ,..
अंतर था,... उद्देश्य की पवित्रता और उद्देश्य को,.... पाने की शिद्दत का ,....

नोटबंदी का फैसला ,... एकऐसा फैसला थी ,... जिसने पूरे देश को कंफ्यूज़ कर दिया ,...
ये देश के लिए अच्छा या अर्थव्यवस्था के लिए बुरा ,...

जो बड़े बड़े ज्ञानी लोग लोग थे ,.... वो लग लिए अपने अपने तर्क ,.... अपना अपना ज्ञान बाँटने में ,.. की
की ये फैसला क्यों ठीक ,.... या क्यों गलत ,... पर ,..

पर ,... हमारे जैसे "आम आदमी" जिसकी समझ,... इतनी तो नहीं की ,... उस वक्त समझ सकते की ये अर्थव्यवस्था के लिए ठीक या गलत ,...
पर ,...
पर इस देश का नागरिक ,... ज्ञानियो के ज्ञान को समझे ना समझे ,...
अर्थशास्त्र के विज्ञान को समझे ना समझे ,... पर ,...
पर इस देश का नागरिक ,... एक चीज़ को बहुत अच्छे से समझता है ,...
और वो एक चीज़ है ,... "नियत",...

और उसकी नियत पर क्या शक करना ,... जिसने ,...
महज एक चुनाव जीतने के लिए,.... देश की जनता को छला ,...
छला,... एक बार नहीं ,... बार बार छला ,..

छला की ,... "15 लाख मिलेंगे",...
छला की ,... "स्विस बैंक से काला धन लाद लायेंगे",...
छला की ,... "रोजगार नौकरियों के अम्बार लगा देंगे",...
छला की ,... "अच्छे दिन ला देंगे",....

और समय आने पर ,... धीरे से समझा दिया ,...
की साहेब ,... वो तो एक जुमला था ,...

तो वो आदमी ,.... जो अपने भाषणों में ,... जुमले फेंके ,...
कोई उसके दिखाये सपनो पर भरोषा कैसे करे ??
भाइयो और बहनो ,...
आप बताओ ,... की ,..
"किसी बतफ़ड़ोस की बातो पर ,... किसी बतफ़ड़ोस के सपनो",... पर  भरोषा कर सकतें है क्या ??

सपने ,...
सपने पूरे होते हैं अच्छी नियत और सपनो की पीछे की गयी मेहनत से ,...
और इनकी नियत ,...
इनकी नियत तो ,... तभी से साफ़ है ,....
"जब पूरी दुनिया में ,...
जब पूरी दुनिया में ,... कच्चे तेल के दाम गिर रहे थे ,... पर हमारे देश में बढ़ रहे थे ",...

वहीं से इनकी नियत ,...
वहीं से इनकी नियत ,... साफ़ थी की ,... ये ,..
"आम आदमी के सरकार नहीं ,.... ये तो व्यापारियों के ,.... कालेधन वालो के साहेब है",....

हमें तो इनकी नियत पर शुरू से शक था ,...
शुरू से शक था ,... और शक नहीं,... विस्वास था,... की ,....
"चोर चोरी से जाये ,... हेराफेरी से ना जाए",...
इसीलिए ,... हमारा विरोध ,... आपका विरोध ,...
शुरुवात से ही था ,....
हमारा विरोध ,....इस फैसले से था ,... पर कारण ये फैसला नहीं ,...
कारण था इनकी नियत ,...

और आज ,...
और आज ,... पूरे 50 दिन ,...
पूरे 50 दिन बीत जाने के बाद ,...

जैसे प्याज की परतें - उतरती है ,...
इनकी बदनीयती पर चढ़ी ,... चासनी लिपटी ,... सारी परतें उत्तर चुकी है ,...
और आज ,..
और आज ,.. ये साफ़ दिख रहा है की ,...
"आखिर इनकी नियत थी क्या ,....
आखिर इनकी नियत थी क्या ,.... इस नोटबंदी के पीछे",...
क्या नियत थी ,... कालेधन को रोकना ??,...
अगर वो नियत थी तो ,... कालेधन वालो को पीछे के रास्ते क्यों दिये ??
तो क्यों नहीं ,... आज भी बता पा रहे है की ,.... कालाधन आखिर रुकेगा तो कैसे ,... नोटबंदी से ,..

कालाधन ,... इस देश के बच्चे को पता है ,... की कालाधन किसके पास और कहाँ होता है ,...
पर नहीं ,...
पर नहीं इन साहेब को तो ,... कालाधन ,.. आपकी टेंट में दिखा ,...
और इन्होंने ,... तोड़ दी हमारी कमर ,... तरेर दीं आँखे हमारे ऊपर ,... की
कालाधन निकाल ,... निकाल कालाधन ,...
 दुम हिला बैठ गये उनकी गोदों में ,... जो  कुबेर है ,....

आज ,...
आज इस मंच से ,... आप सबके सामने ये ऐलान करते है की ,...
वक़्त किसी का नहीं रहता एक सा......
जनाब ,...
हमने,... "बाजार में उन नोटों को भी बिकते हुए देखा है... जिनमे ताकत थी कभी खरीदने की"....
उन 50 दिनों में ,...
हमने उन मेहनतकश लोगो को ,....
कतार में खड़े देखा है ,... जिनमे ताकत थी ,...
"कुवाँ खोद के पानी पीने की",....
उन 50 दिनों में ,...
हमने किसानों की ,... बेबसी को देखा है ,...
"जिनमे ताकत थी ,... पूरे देश को भोजन कराने की",...
उन 50 दिनों में ,...
हमने उन माओं को लाचार देखा है ,...
जो दौड़ पड़ती थी ,... किचन में ,... बच्चे की ज़रा सी आह को सुनकर",...
उन 50 दिनों में ,...
हमने खौलते खून और मजबूत इरादों के ,... कतार में खड़ा देखा है",...
वो मंजर देखा है ,...
जब थम गया था देश ,... रुक गया था विकास ,... फैली थी अव्यस्था ,...
हर कोई परेशान था ,...
क्या होगा ,.. कब मिलेगा ,.. कितना मिलेगा ,..
मिलेगा भी या नहीं मिलेगा ,...
अपने ही लोगो के द्वारा ,.... अपने ही लोगो को छलते हुए देखा है ,...

देखा है की क्या होता है ,..
जब कोई छलिया ,... सरकार हो ,...
तो क्या मंजर होता है ,...

इन जुमले वालो की ,.... जुमले देते देते ,.. हिम्मत इतनी बढ़ी ,...
इतनी बढ़ी ,... की वो आज ,...
जुमलों से आगे बढ़ ,... हमारे - तुम्हारे साथ ,.. मजाक करने की हिमाकत करने लगे ,...

आज वो "कैशलेस" की बात करते है ,... वो कैशलेस की बात नहीं करते ,... बल्कि हमारा - तुम्हारा मजाक उड़ाते है ,...
वो खिल्ली उड़ा रहे है ,... उस स्थिति की जिसमे ,... आज हम और तुम जीने को मजबूर हैं ,...

वो कैशलेस की बात नहीं करते ,.. हकीकत में अपनी नाकामी को ,...
एक "अंग्रेजी" जामा पहना रहे है

"कैशलेस",... हमें बता रहे है ,... हमारा मजाक उड़ा रहे है की ,..
की अब सुलभ शौचालय भी "कैशलेस" होगा ,...
अरे जिस देश में ,... आज भी आधी आबादी "गरीबी के नीचे हो",...जो दो जून की रोटी के लिए ,...
दिनभर मेहनत करता हो ,... उसे बताना ,... भाई मोबाईल खरीद ,...

भाई मोबाईल खरीद ,... स्मार्ट वाला ,... ताकि तू Paytm डाल ,...
उनके शौचालय में ,... कैशलेस पेमेंट कर सके ,...
तो ये मजाक नहीं तो और क्या है ,...

ये नोटबंदी ,... देश की जनता के साथ किया गया एक भद्दा मजाक था ,...
ये नोटबंदी ,... इनकी बदनीयती का एक बेहतरीन उदाहरण था ,..
ये नोटबंदी ,... इनकी बदइंतज़ामी का एक नायाब नमूना था ,..
ये नोटबंदी ,... इनके जुमलो ,... इनके मजाकों ,... इनकी बदनीयती और बदइंतज़ामी का ,... मकबरा बनेगा ,...
हम इस देश की आम जनता है ,... नोटबंदी को सहना हमारी मजबूरी था ,...
पर ,... हम इस देश की आम जनता है,.. इसलिये ,.. "वोटबंदी",....
हमारा हक़ है ,...
और इस देश की जनता ने देखा है सहा ,... नोटबंदी के मंजर को ,...
अब हम दिखायेंगे ,... इन सरकारों को ,... वोटबंदी का मंजर कैसा होता है ,...

वोटबंदी ,...
वोटबंदी का सैम्पल ,...
वोटबंदी का सैम्पल ,... तो ये पहले ही देख चुके है दिल्ली में ,..
ये देख चुके है ,.. जब जनता वोटबंदी पर उतरती है ,... तो ,..
कोई तीन ,... तो कोई जीरो पर जा के अटकता है ,...

वोटबंदी का जो सैम्पल ,... दिल्ली में दिखाया था ,...
अब पूरे देश की जनता ,... हर जगह दिखाएगी ,... और बतायेगी ,...
हमारे साथ जुमलेबाज़ी और मजाक ,... का हश्र आखिर होता क्या है ,...

तो इस संकल्प के साथ ,... की ,..
नोटबंदी का जवाब ,.... सम्पूर्ण वोटबंदी से दिया जायेगा ,...
मैं अपनी वाणी को विराम देता हूँ ,...
भारत माता की जय ,... जाग गया भाई जाग गया ,... आम आदमी जाग गया ,..





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