Wednesday, October 21, 2015

दलित कल भी मारे गए ,…आज भी ,…

दलित कल भी मारे गए ,…आज भी ,…
पर ये क्या हमारी आदत हो गयी है की हर हत्या को ,....जाति या धर्म से जोड़ के देखते है ?
सोंचता हूँ ,…की पूरे देश में कही - किसी सवर्ण को किसी दलित ने आज या कल नहीं मारा होगा,....
हत्या पहले अपराध है ,....जब तक पीछे के कारण ना पता हो ,… फैसले करना गलत ,…

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