Wednesday, March 2, 2016

पानी,....और पानी की यादें ,.... बचपन से अब तक ,....

पानी,....और पानी की यादें ,.... बचपन से अब तक ,....
आज जब पता चल रहा है की ,... नैनी झील सूखने की कगार पर है ,...
और जब पता है की ,... मेरे गाँव के 7 तालाब ,... दिवाली को,... पानी के साथ छू पाने को तरसते है ,....
तब ,...
तब याद आता है ,...
बचपन में ,...गाँव में,...रोज़मर्रा की जरूरते सिर्फ कुवें पूरी करते थे ,...
उस समय ,.... आज जितने पानी में तुम दाढ़ी बनाते हो ,.... लोग ,..
उतने पानी में ,...ना सिर्फ नहा लेते थे ,... बल्कि कपडे भी धो लेते थे ,..
ये कुवों की देन थी ,... तब ,..

तब किसी को पता नहीं था की ,.... 6 पैक अब्ब होती क्या है क्यों जरुरी है ,...
पर जाने अनजाने ,... सिर्फ कुवों की देन थी की ,... गाँव के हर लड़के के ,...
होते थे ,... 6 पैक अब्ब,... बाइसेप - ट्राइसेप ,... झकास बिना जिम के ,...
खैर ,...
फिर थोड़ा विकास हुआ ,...
कुवे सूखे ,... हैण्ड पंप आये ,....
6 पैक अब्ब गए,...सिर्फ बाइसेप - ट्राइसेप बचे ,...
फिर थोड़ा और बिकास हुआ ,...
हर घर में ,.. पानी की पाइप से सप्लाई या ,... या फिर बोरवेल ,...
मजे आ गए ,....
बस ऊँगली से बटन दबाओ ,... और ,... भरर्र पानी चालू ,..
जब ऐसी ऐश ,... तो क्या कहने ,...
पहले जितने पानी में ,... पूरे दिन काम चलता था ,...
अब उतने में,.... सुबह सुबह ,... हमारी गाड़ियाँ ,... नहाने लगी ,...
और ,....इस विकास में ,... 6 पैक अब्ब ,...एक चाहत फैसन बन चुका ,...
जो पहले ,.. फ्री में उपलब्ध था ,....
उसके लिए ,... "endura mass" बिकने लगा ,...जिम चमचमाने लगे ,....
खैर,...
फिलहाल विकास ने और पैर पसारे ,.... फिलहाल ,...
पानी ,... रूपये लीटर बिकने लगा ,...
अभी विकास की भूख जारी है ,... और कसम है ,... विकास करने वालो को ,...
जब तक पानी की एक बूँद रहेगी ,.... वो विकास करते रहेंगे ,.... ‪#‎NagShukl‬
सालो डेट पैक की नहीं ,... 6 पैक और पानी पैक,... की चिंता करो ,..
‪#‎Startup‬ में ,... मोबाईल से पसीना बचाने के नहीं ,... पसीना बहाने के साधन ढूँढो ,..
नहीं तो ,...
नहीं तो ,...
ढूँढना ,.... पानी की एक बूँद ,..
गर,... मिल जाये ,.. तो ,..
तो क्या ,...
दूसरी की तलाश में जुट जाना ,...
बस तभी जीवन बचेगा !!! ‪#‎ChaloDeshSudhare‬

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