Sunday, February 23, 2014

एक दिल करता है अन्ना जी पर कुछ लिखू ,

एक दिल करता है अन्ना जी पर कुछ लिखू , एक दिल करता है ना लिखू ,
फिर मेरे अंदर का लेखक जो कहता है "सच कड़वा होता है मैं बहुत कड़वा हूँ " मुझे जरुर लिखना चाहिए ,
अन्ना जी ने अरविन्द केजरीवाल से कुछ सवाल किये थे , जैसे चुनाव के लिए ईमानदार उम्मीदवारो का चायन कैसे करोगे , अगर कोई उम्मीदवार जीतने के बाद भ्रष्ट हो गया तो क्या करोगे ,
आज अन्ना जी TMC नेता ममता बेनर्जी के समर्थन के लिए आगे आये हैं , उनके लिए चुनाव प्रचार करेंगे ,
अन्ना जी कहते हैं , TMC के नेता जीतने के बाद अगर भ्रष्ट निकले मेरी कोई जिम्मेवारी नहीं , TMC में भ्रष्ट नेता जिन पर मुकदमे चल रहे हैं आज भी मजूद हैं अन्ना जी कहते है मुझे कोई जानकारी नहीं ,
अन्ना जी कहते है ममता बेनर्जी चुनाव जीतने के बाद किसके साथ जायेगी मुझे कोई मतलब नहीं ,

एक बार किसी चैनल के एक कार्यक्रम में अन्ना जी को सम्मानित किया जा रहा था , तब वहा ममता बेनर्जी भी मजूद थी , ममता अन्ना जी को सम्मानित किये जाने पर इतना नराज़ हुई की कार्यक्रम छोड़ कर चली गई , आज वही ममता 1 मिनट में 5 बार अन्ना जी के पैर छूती है , आखिर क्यों ?
ममता ने आज तक अन्ना के किसी आंदोलन का समर्थन नहीं किया , चुनाव के वक़्त समर्थन क्यों ?

टीम अन्ना के कुछ नाम याद करो जो अभी कुछ वक़्त पहले उनके साथ थे ,
किरण बेदी , v. k. singh , बाबा रामदेव ,
इन सब का काम था अन्ना को अरविन्द से दूर करना , जो इन्होने कर दिया ,
ये कोई फिल्म नहीं है लोग 3 घंटे देखेंगे और भूल जायेंगे ,
ये सब इतिहास में दर्ज हो रहा है , देश को बर्बाद करने वाली ताकतो के साथ कौन कौन खड़ा था ,
देश आज भी याद करता है 1857 का आज़ादी का आंदोलन किन किन गद्दारो के कारन सफल नहीं हुआ था ,

अन्ना जी के आसपास एक जाल बुना हुआ है , जब वो इस जाल से बाहर निकलते हैं तब वो अपने दिल की बात कहते हैं , लेकिन ये जाल अन्ना जी को ज्यादा वक़्त आज़ाद घूमने नहीं देता ,

कुछ लोगो ने पूरी ताकत लगा दी है अरविन्द केजरीवाल को बदनाम करने की ,
क्योकि वो इस देश की भ्रष्ट व्यवस्था को बदलना नहीं चाहते , अन्ना भी उन्ही लोगो का मोहरा बने हुए हैं ,
शायद अन्ना आज इस बात को समझ नहीं रहे ,
शायद वक़्त उन्हें समझा देगा , जय हिन्द

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