ये बात शर्मनाक है .....की
हमारे देश की एक पार्टी के अध्यक्ष वीसा मिले इसके लिए परेशान हो ....और
उससे भी ज्यादा शर्मनाक हरकत ये की ...कुछ सांसद हस्ताक्षर कर के चिट्ठी
भेजे की वीसा मत दो ....
छि ...ऐसे घटिया काम ....पर क्यों ?....आज चिट्ठी भेज वीसा देने मना कर रहे हो .....कल चिट्टी भेज अन्दर की बात बताओगे ....अरे कितना गिरोगे अपने स्वार्थ में ....घर की बात घर में रहे ...उसी में घरवालों की इज्ज़त होती है ....
और दुश्मन पडोसी का तो काम ही .....घर में विभीषण ढूढना होता है ...
एक अरविन्द जी है ....जिन्होंने वाटसन के अपने भाषण की शुरुवात ही की थी ....किसी को बुला कर ..मना करना गलत है ...निंदनीय है ...
बस यहीं से नियत साफ़ होती है ....किसको देश प्यारा है ...और किसे सिर्फ सत्ता ....नागेन्द्र #ShameOn65
छि ...ऐसे घटिया काम ....पर क्यों ?....आज चिट्ठी भेज वीसा देने मना कर रहे हो .....कल चिट्टी भेज अन्दर की बात बताओगे ....अरे कितना गिरोगे अपने स्वार्थ में ....घर की बात घर में रहे ...उसी में घरवालों की इज्ज़त होती है ....
और दुश्मन पडोसी का तो काम ही .....घर में विभीषण ढूढना होता है ...
एक अरविन्द जी है ....जिन्होंने वाटसन के अपने भाषण की शुरुवात ही की थी ....किसी को बुला कर ..मना करना गलत है ...निंदनीय है ...
बस यहीं से नियत साफ़ होती है ....किसको देश प्यारा है ...और किसे सिर्फ सत्ता ....नागेन्द्र #ShameOn65
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