1)
ये अनशन न तो मीडिया के लिए है न ही सरकार के लिए... ये अनशन है आम आदमी
के लिए, ये अनशन है एक डरे हुवे आम आदमी को भरोसा दिलाने के लिए की हम
(AAP) उस के साथ है, ये अनशन है एक पिसते हुवे आम आदमी को जगाने के लिए की
अगर अब भी वो नहीं जागा तो वो और उस का परिवार आगे भी इस ही तरह "महंगाई,
भ्रस्टाचार, अपराध" से पिसता ही रहेगा, ये अनशन है परेशान आम आदमी को ये
समझाने के लिए की सिर्फ सरकार को भरा बुरा बोलने
और हर 5 साल में सरकार बदल देने से कुछ नहीं बदलेगा, अब समय है हमें उठ
खड़े होने का और मिलकर इस भ्रष्ट व्यवस्था से लड़ने का नहीं तो हमारा जीना
और भी दूभर होता रहेगा, ये अनशन है आम आदमी को जगाने का की किस तरह बड़े
उध्योगपति और सरकारें मिलकर हमारी महानत की कमाई लूट रही है.
2) क्या हम ये मान बैठे है की इस भ्रष्ट व्यवस्था में पिसना हमारे और हमारे बच्चो की नियति है और इस देश का कुछ नहीं हो सकता? क्या हम डरे हुवे है? क्या हमें हमारे बच्चो के बहतर भविष्य के लिए कुछ करना नहीं चाहिए ताकि वो भ्रस्टाचार और अपराध मुक्त देश में खुल के जी सकें? हर पल हम इन अपराधियों और भ्रष्ट व्यवस्था से डर महसूस करते है, तो क्या हमें इस नाम की आजादी को बदल कर सच्ची आजादी नहीं चाहिए?
- SS
http://www.facebook.com/photo.php?fbid=552369598119509&set=a.454846544538482.96610.454826997873770&type=1&theater
2) क्या हम ये मान बैठे है की इस भ्रष्ट व्यवस्था में पिसना हमारे और हमारे बच्चो की नियति है और इस देश का कुछ नहीं हो सकता? क्या हम डरे हुवे है? क्या हमें हमारे बच्चो के बहतर भविष्य के लिए कुछ करना नहीं चाहिए ताकि वो भ्रस्टाचार और अपराध मुक्त देश में खुल के जी सकें? हर पल हम इन अपराधियों और भ्रष्ट व्यवस्था से डर महसूस करते है, तो क्या हमें इस नाम की आजादी को बदल कर सच्ची आजादी नहीं चाहिए?
- SS
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