जब आपका धर्म आपको गाय मारने की इजाज़त नहीं देता.
जब आपका मज़हब आपको सूअर मारने की इजाज़त नहीं देता.
फिर आप किस आधार पर धर्म और मज़हब के नाम पे इंसान को मारने-काटने की बातें करते हो?
प्रेम फैलाइए, दुनिया में यही एक ऐसी चीज है, जो ज्यादा होने पर भी नुकसान नहीं करती है.
Wake up and kill this hate politics...
By: Sumit Negi
जब आपका मज़हब आपको सूअर मारने की इजाज़त नहीं देता.
फिर आप किस आधार पर धर्म और मज़हब के नाम पे इंसान को मारने-काटने की बातें करते हो?
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