दोस्तों, आप सभी को ये बताना जरुरी है की ....
नवभारत टाइम्स में आज एक खबर छापी जो की सरा - सर झूठ थी सोशल मीडिया में इस झूठी खबर का पता चलने के बाद नवभारत टाइम्स ने उस खबर को डिलीट किया और फिर उसके बाद इस गलती की जिम्मेवारी लेते हुए गलत खबर का स्पष्टीकरण जारी किया, इस स्पष्टीकरण का लिंक नीचे है ...
स्पष्टीकरण तो ठीक पर सवाल ये उठता है की ...
उन अंधभक्तो का क्या होगा ..जिन्हें आदत है रस्सी का साँप बनाने की ....
जब ये अंध भक्त अपने मन से ही झूठी खबरे बना देते है और जम कर प्रसारित करते है ....वो अंध भक्त नवभारत टाइम्स में छपी इस खबर को तो आड़े हांथो लेंगे .....पर इसके बारे में दिए स्पष्टीकरण की बात नहीं करेंगे ....
इसलिए आप सभी से अनुरोध है की इस स्पष्टीकरण के लिंक को अपने पास रख्खे और जहाँ जरुरत हो ..प्रस्तुत करे ....
और सभी मीडिया वालो से अनुरोध की ....ऐसी गलतियाँ होती तो छोटी है ....पर जमीन पर फैले इसके गलत असर को कम करने के लिए ...सिर्फ एक स्पष्टीकरण से काम नहीं चलता ....
उम्मीद करते है की .....आगे से किसी भी ऐसी अपुष्ट खबर को प्रसारित नहीं किया जाएगा ....धन्यवाद
=====अरविंद केजरीवाल की खबर पर स्पष्टीकरण====जो नवभारत टाइम्स ऑनलाइन ने दिया ======
आज के इकनॉमिक टाइम्स हिंदी अखबार में पेज नंबर 7 पर आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल के बारे एक आर्टिकल छपा है। यह खबर नहीं बल्कि एक मजाक है, जो फेंकू न्यूज में लिया गया है। फेंकू न्यूज अखबार का एक नियमित कॉलम है, जिसमें हल्के-फुल्के तरीके से मजाक किया जाता है। इसमें 8 अक्टूबर की खबर है- केजरीवाल होंगे कांग्रेस के सीएम कैंडिडेट। यह खबर गलती से नवभारत टाइम्स ऑनलाइन के बिजनस सेक्शन के भीतर दिल्ली-बिजनस सेक्सशन में पब्लिश हो गई। ऐसा खबरों के ऑटो अपलोड होने के कारण हुआ है। इस वजह से इसका मजाक का तत्व पब्लिश नहीं हो पाया और खबर को गंभीर मान लिया गया। इससे अरविंद केजरीवाल की प्रतिष्ठा को क्षति पहुंची। हमने इस खबर को हटा दिया है।
फेंकू न्यूज में छपी खबरों का मकसद किसी को नुकसान पहुंचाना नहीं होता है। यह मजाक का एक सेक्शन है, जिसका मकसद हल्की-फुल्की बातें करना है। इसमें किसी तरह की दुर्भावना नहीं होती है। फिर भी, अरविंद केजरीवाल और उनके समर्थकों की भावनाएं आहत होने का नवभारत टाइम्स ऑनलाइन को खेद है। इसके लिए हम माफी मांगते हैं।
स्पष्टीकरण का लिंक http:// navbharattimes.indiatimes.c om/delhi/other-news/ clarification-on-arvind-kej riwals-news/articleshow/ 23706087.cms
http://www.facebook.com/photo.php?fbid=637124719643996&set=a.454846544538482.96610.454826997873770&type=1&theater
नवभारत टाइम्स में आज एक खबर छापी जो की सरा - सर झूठ थी सोशल मीडिया में इस झूठी खबर का पता चलने के बाद नवभारत टाइम्स ने उस खबर को डिलीट किया और फिर उसके बाद इस गलती की जिम्मेवारी लेते हुए गलत खबर का स्पष्टीकरण जारी किया, इस स्पष्टीकरण का लिंक नीचे है ...
स्पष्टीकरण तो ठीक पर सवाल ये उठता है की ...
उन अंधभक्तो का क्या होगा ..जिन्हें आदत है रस्सी का साँप बनाने की ....
जब ये अंध भक्त अपने मन से ही झूठी खबरे बना देते है और जम कर प्रसारित करते है ....वो अंध भक्त नवभारत टाइम्स में छपी इस खबर को तो आड़े हांथो लेंगे .....पर इसके बारे में दिए स्पष्टीकरण की बात नहीं करेंगे ....
इसलिए आप सभी से अनुरोध है की इस स्पष्टीकरण के लिंक को अपने पास रख्खे और जहाँ जरुरत हो ..प्रस्तुत करे ....
और सभी मीडिया वालो से अनुरोध की ....ऐसी गलतियाँ होती तो छोटी है ....पर जमीन पर फैले इसके गलत असर को कम करने के लिए ...सिर्फ एक स्पष्टीकरण से काम नहीं चलता ....
उम्मीद करते है की .....आगे से किसी भी ऐसी अपुष्ट खबर को प्रसारित नहीं किया जाएगा ....धन्यवाद
=====अरविंद केजरीवाल की खबर पर स्पष्टीकरण====जो नवभारत टाइम्स ऑनलाइन ने दिया ======
आज के इकनॉमिक टाइम्स हिंदी अखबार में पेज नंबर 7 पर आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल के बारे एक आर्टिकल छपा है। यह खबर नहीं बल्कि एक मजाक है, जो फेंकू न्यूज में लिया गया है। फेंकू न्यूज अखबार का एक नियमित कॉलम है, जिसमें हल्के-फुल्के तरीके से मजाक किया जाता है। इसमें 8 अक्टूबर की खबर है- केजरीवाल होंगे कांग्रेस के सीएम कैंडिडेट। यह खबर गलती से नवभारत टाइम्स ऑनलाइन के बिजनस सेक्शन के भीतर दिल्ली-बिजनस सेक्सशन में पब्लिश हो गई। ऐसा खबरों के ऑटो अपलोड होने के कारण हुआ है। इस वजह से इसका मजाक का तत्व पब्लिश नहीं हो पाया और खबर को गंभीर मान लिया गया। इससे अरविंद केजरीवाल की प्रतिष्ठा को क्षति पहुंची। हमने इस खबर को हटा दिया है।
फेंकू न्यूज में छपी खबरों का मकसद किसी को नुकसान पहुंचाना नहीं होता है। यह मजाक का एक सेक्शन है, जिसका मकसद हल्की-फुल्की बातें करना है। इसमें किसी तरह की दुर्भावना नहीं होती है। फिर भी, अरविंद केजरीवाल और उनके समर्थकों की भावनाएं आहत होने का नवभारत टाइम्स ऑनलाइन को खेद है। इसके लिए हम माफी मांगते हैं।
स्पष्टीकरण का लिंक http://
http://www.facebook.com/photo.php?fbid=637124719643996&set=a.454846544538482.96610.454826997873770&type=1&theater
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